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My Hidden Expressions
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सिर्फ एक मुस्कराहट के लिए
Unknown
on Monday, 7 May 2012
कभी ना था, हमें अपने आप से प्यार इतना
पर जबसे चाह है तुमको, मौत से डरने लगे हैं हम
कभी ना चाह था, अपने दोस्तों से ज्यादा किसी को
पर अब अपनी ही बात से मुकरने लगे हैं हम
अब आपसे इकरार-ए-तमन्ना क्या रखें हम,
आपकी एक मुस्कराहट के लिए, मरने लगे हैं हम
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